म्हैं-बाप-दादा री दीठ में
ब-सूं बालक
बंस रो बधोपो होयग्यो
भायां री दीठ में
बटवाड़ा रो हकदार होयग्यो
बैन री दीठ में
बखत पे आवण रो
बिस्वास होयग्यो
अर-म्हारी दीठ में
अबोली पीड़ा ने
आखरां में अंगेजतो
बटोही होयग्यो।