हूते बेठै मारा जपूं म्हूं तौ तारा नाम नी

जाणे कोई पूजा करै रातर दाड़ो राम नी

आंख करे वात होठ बोल्या अणबोल्या रयं

केवा अण केवा हरकी बाते कानोकान थयं

भेरी थई सब जणी वाव कुअं माथै

रोग लाग्यो भारी अने अम करें वातै

टोकाटोकी करें सब हेली म्हारा गाम नी

जाणे कोई पूजा करै....

आंखै थई गई म्हारी रोते-रोते राती

कारे भी न्हें डाक वारो लाव्यो म्हारी पाती

छाळा पडूया जीभे म्हारै नाम लई तारू

तारा वना राज अवे बीजू कूण म्हारू

देखूं तनै लागे जातरा थई च्यारे धाम नी

जाणे कोई पूजा करै....

काम करते दन खूटे हरते कापूं रात रै

भगवान भाटो थईग्यो नती कोई हात रै

भेरूजी मनाव्या म्हैं तौ मनावी है माता

पाहणा अंतरा देव कीधा तौ न्हें मली साता

वेरण थई नै होक उतरी नोकरी बीजा गाम नी

जाणे कोई पूजा करै....

सावण ना तौ छांटा म्हारै अगन लगाड़े हैं

फागणिया ना फाग म्हारी जवानी वगाड़े हैं

दीवारी ना दीवा सबने घर मअें उजवारू है

तारै वना लागे पूरी दुनिया मअें अंधारू है

म्हारा ऊं वधारै फिकर तनै तारा काम नी

जाणे कोई पूजा करै.....

तारू ओढ्यू पानेतर म्हूं तारी बणी रउंगा

जारे हूदी जीवूं राज तारं गीत गउंगा

अहिल्या बणी नै म्हूं तौ वाट जोवूं तारी

हर जुग मअें राम बणी तमैं म्हनै तारी

राधा नती बणवू म्हूं तौ मीरा म्हारा श्याम नी

जाणे कोई पूजा करै....

स्रोत
  • पोथी : अपरंच ,
  • सिरजक : उपेन्द्र अणु ,
  • संपादक : गौतम अरोड़ा
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