कइक चकलीए
पैले हरकी...
अवै देकाती नती!
रंग रूप चकली नो
पण पाँखे हमडी नी(चील)
माळो बाँदवा तणकलँ...
कुण वैणे
तैयार माळा माते
कब्जो जुवै!
इ भी जेटला दाड़ा
फाव्यू एटला दाड़ा
फैरी तलास
नवा ठौड़ नी
चकली आज़ाद
रैवु चावै...
तोड़ी ने
हैत्तं वचन
जै लीधँ'त
सात पगलँ भरी!