जो मुरधर री ज्हाज, नद-धर तरणी नावड़ी

बार-उजाड़ां बाज, ऊँट सवारी ऊभटां॥1

पीतळ तणा पलाण, लूमांळा तंग लड़छड़ा

म्होरा मोड़ म्हलाण, बटवां ऊंटां बेलचा॥2

झालर काटी झूल, गोड गोरबँध गूघरा

मगरां मद मखतूल, घुळवां ऊंटां घासिया॥3

किरमिरिया सा कान, झालर पूँछज झेरणो

ईड आरसी आन, नळी घोटवी नाड़ घड़॥4

गळकोडी गरकाब, सीसां सोणा संखिया

ऊंटां मुरधर आब, नाकां चाँदी नथलियां॥5

जै: जै: री जैकाण गोड दबा गग्घावणा

ढीली छोड़्यां ढाण, पांगळ वेग पुगावणा॥6

पवन लैर परमाण, लचपच लोचां लांघड़ा

हींड वेग हरखाण, टूरै पांवड़ां टोरड़ा॥7

ओठा अळवळियां, काळै कांटै करवला

लंजा लळवळियां, पतळी लुळवी पीनण्यां॥8

फुरण्यां रा फरणाट, सरड़ाटै सूंसा समै

गाळां दब गरणाट, ऊँटां भाज अटावरी॥9

सांढां जाम सपूत, जैकेड़ा जरवाणियां

वगै वेग वभरूत, भार ढोवणां भाखरां॥10

ना करतां नागौर, जै:जै: वढ जैपर वड़ै

ढीली मो’री ढोर पौंचे दिल्ली पलकदट॥11

ब्है उलाळां बग्ग, पैंडै ओठी पांगळा

आथण करण अळग्ग, मुरधर मदधर मांगळा॥12

स्यांढां जणै सरोढ, भरचँड वांढा भारकढ

डगा नैसावर डोड, गोड बोड बटकी गिटण॥13

नाकां रजत नकेल, बाकाबँध सेबा सँधण

झेबा झलण झकेल, अेबां आगळ ऊंटड़ा॥14

मुरधर माँझी मल्ल, गुल्ल गरीबां गूंजणा

भायप किसाण भल्ल, ऊँट घरू धँधै अड़ण॥15

टूँटर, महियो, टोड, वा:णी डगरो, बूलियो

किरसाणां घर कोड, टळियो खोतो टोरड़ो॥16

अेकां वगै उलल्ळ, टेकां बँध लादां टुरै

आळस हुवैन अल्ळ, हालां बिच हाक्यो ववै॥17

किरण कढण सौ-कोस, सोरासोर सिधायज्यै

दीखै ऊँटन दोस, ओपण घर अधराजियाँ॥18

कोपण में कंकाळ, रोपण पग रांघड़पणो

ऊँटां अबढी आळ, जरा मरण जूणां मुड़ै॥19

खेजड़ खांवत खोड़, फोगड़लां करवल फँफै

जाळां चरतां जोड, ठाण छोड ठेकां ठीबै॥20

थाग झाग थू झल्ल, चोळ-मोळ नै’रू चढ़ण

विड़लै रो सज बल्ल, जुहार जेसाणी जगां॥21

फौजां रा फरजंद, बोझां में बेड़ा वधै

ऊँटां चढ़ण अणंद, जाणनहाळां जाण हद॥22

नीरै-पीलै साख, नाख सरै कमतर करै

चुगटी चारो चाख, फूस उदर करवल फबै॥23

भाठो-माटी भार, लक्कड़-बंगड़ ल्यावणा

कोसां लाद कतार, ऊँट जुवायां जात वग॥24

कूवां कसबळ खींच, जगनै जळ पावै जबर

सबर करै सर सींच, खेत वाड़ियां खाट कर॥25

ढिगलां माथै ढूक, फूस खाय खातो फिरै

चालै भारी चूक, वाजै ऊँट उबाणियो॥26

देव ऊँट अज देव, सेव करण संसार री

मांग्यो कदेन मेव, धोबो भरद्यां भवधणी॥27

ना, थे माँग्यो नेम, म्हे पुरस्यो नीं प्रेम सूं

टोडा जावै टेम, मुख सूँ वैरी मांगले॥28

मोटर करवल मौज, रेलां फब रुड़ती फिरै

उडणखटोलां ओज, खोज मिटै खससेड़जै॥29

खाडां गाडै खाल, गाळै कुण गुड़ फिटकड़ी

घी घाळां ना गा:ल, गुल्लै कढ गूंजै कयां?॥30

खड़ण किसाणां खेत, मरुधर सागी मानखै

हद ऊँटां रो हेत, समै विगाड़ै सान वद॥31

गरजां जुड़ै जुहार, ऊँटां घरां उणरै हवै

भाठै माटी भार, धान-पात ढोवावणै॥32

छिणमिण छांटां छेह, उरणावै करला उडै

मँझ हळ हालां मेह, टिचकारी बिन टोडड़ा॥33

स्यांढां जाम सपूत, देवळ रूप दीदारवै

अड़ै माकड़ै ऊत, होडै-गोडे हूलरै॥34

डरती डीजल कार, हार मानगी मोटरां

रेलां रैगी लार, धोरां, ऊँट धड॥35

हारै हाथी घोड़, पोड़ पजै धर धोरियां

खींचै झूलां खोड़, ऊँट खबूस झगै वगै॥36

झोकां झुकियो झूठ, धरकोटां लुकियो धणी

पण ना देवै पूठ, ऊँट कारणै जान ल्यै॥37

रेगिस्तानी राज, गंग रिसाला गजब रा

ऊँट सुवारी साज, चारै घी चरता घणा॥38

किल-किल काख पिदाय, ऊँटां चढ़ उन्नति करी

खळबच खीलां मांय, खोटा बैठा खानड़ा॥39

अरड़ावै घर ऊँट, जी चरड़ावै जुर चढ़ै

ठोसी खातां ठूंठ, समै सुवारी कूकसी॥40

समै समरस जाय, जुना नैणां नव मजा

ग्वाळ रेडिया राय, कार धार ऊँटां अधै॥41

कार चढ़ण वणजाय, चढ़णो जे चावै मिनख

सड़कां बिना सिधाय, ऊँट अगम मग कारणै॥42

झूठा जेसळमेर, बाड़ा बीकाणै तणा

खाणा खळ गजनेर, गोगामेड़ी ऊँट गढ़॥43

आज बिकै है ऊँट, नौ सहस्त्र सिक्कां सटै

किण मा खाई सूंठ, धारै सामो कर धणी॥44

स्रोत
  • पोथी : दस दात ,
  • सिरजक : साहित्य महोपाध्याय नानूराम संस्कर्ता ,
  • प्रकाशक : लोक साहित्य प्रतिष्ठान, कालू-बीकानेर ,
  • संस्करण : प्रथम संस्करण
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