म्हारो आंचल पूछ रियो है
इण बार कांई
रंगों कोनी गोरी मने?
मनड़ा पे हाथ धरयो न
लंबी उंसास लेन बोली
ज़्यादा कसक मत रे!चूनरी
कुण रंगेला थनै
पिया बैठो परदेस
आवता फागण
होसी फाग थारो
इण वार तो थनै
म्हारां जूं कसक काटणी पड़सी