बा म्हनैं

इयां अर इत्तो चावती

जी करतो जद

चूंठियो बोड लेवती।

स्रोत
  • सिरजक : दुष्यंत ,
  • प्रकाशक : कवि रै हाथां चुणियोड़ी
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