मानी बात

कै म्हे कोनी जाणा

गीता, कुरान

चौगड़दै सलोकां रा

म्हे कोनी जाणीजाण

पण रागस बरगा आदमी

देवतां गी बात करै

तो बताओ

सिधी किंया जरै?

स्रोत
  • पोथी : कवि रै हाथां चुणियोड़ी ,
  • सिरजक : देवीलाल महिया ,
  • प्रकाशक : कवि रै हाथां चुणियोड़ी
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