आंसू नीं आंख में अंगार राखजै,
हाय नीं हिवड़ै में हुंकार राखजै।
लूंठौड़ां सूं राड़ रौ है औ कायदौ,
खांधां माथै थूं घरबार राखजै।
नाच्यौ जिण खेत बठै मौत हांसै,
देणौ पड़ैलौ माथौ त्यार राखजै।
टाबर भूखा सोवै को मींणौ कठै,
टाळवौं औ तौ इधकार राखजै।
बिछण ना दे मान मन मार दीजै,
हाथ कोई अैड़ौ हथियार राखजै।
इंकलाब री आँधी चावै झुलाणी,
करम नै खुद रो दातार राखजै।