उगेरूं गीत

आजादी रा

खोलूं मन रा बंध

मनाऊं उच्छब

सांसां री मुगती रो

दीसै मुगती दिवस माथै

खिंड्योड़ी नुकतियां

चुगता टाबर

चूंघट में कळपती

आत्मावां

अस्पताळ रै जनरल वार्ड आगै

लैण लगायोड़ा लोग

कदैई बण जावैला सवाल

घुट्योड़ा आखर

भींच्योड़ा जबाड़ा

कस्योड़ी मुठ्ठयां

क्रांति गीत में

तद म्हैं गाऊंला मुगती रा गीत

मनाऊंला आजादी रो उच्छब।

स्रोत
  • पोथी : अंधारै री उधारी अर रीसाणो चांद ,
  • सिरजक : मोनिका गौड़ ,
  • प्रकाशक : विकास प्रकाशन, बीकानेर ,
  • संस्करण : pratham
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