निभावो फागणिये री रीत पिया

गावो मीठा मीठा गीत पिया

बोल सुरंगा ओपै अधरां

जद ऊंची लेवो धमाळ

छणक छणक छणकै घूंघर

नैणा छळकै प्रीत पिया

निभावो फागणिये री रीत पिया...

ऊंडा बोलै चंग धमीड़ा

मुरली मीठी रिझावै घणी

मन मंडग्या रंग लहरिये रा

निरखूं थानै बणी ठणी

हिव हरसावै उकळ मुकळ

मीठा गावो गीत पिया

निभावो फागणिये री रीत पिया...

रम्यो बसंत रूं रूं म्हारै

थिरकै मदनी अंग-अंग म्हारा

कियां संभाळू धड़कना नै

मै राधा थे मोहन प्यारा

काम सरूपा रूप मोवणो

मनङो लीन्यो जीत पिया

निभावो फागणिये री रीत पिया

गावो मीठा मीठा गीत पिया

निभावो फागणिये री रीत पिया...॥

स्रोत
  • पोथी : जागती जोत मार्च 2022 ,
  • सिरजक : छत्र छाजेड़ 'फकड़'
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