आज
घर अबोलौ ऊभौ है मां!
नीं बधियौ
लेवण नै
सांम्ही आंगणौ
नीं लिया
रसोई
म्हारा अवरणा
आज हाथ नीं हौ
माथै पे छीणां ही
म्हारौ बाळपणौ छूट गियौ!