कंगाल छैल गांव नै भारी

गरीब शौकीन गाँव के लिए भार-स्वरूप होता है। छैल-छबीला व्यक्ति कुछ काम तो करना चाहता नहीं। यदि वह गरीब हुआ तो या तो चोरी करेगा या किसी को ठगेगा, अन्यथा उसका खर्च कैसे चले?

जुड़्योड़ा विसै