बठै मांय अेक धूणी जळ रैयी ही जिणरै धुंवै सूं पूरो कमरो धुंवाधोर होयग्यो हो। मांयनै पग रखणै सूं पैली संकोच होयो। इण प्रदूषण मांय कियां बैठ सकूंला। धूणी रै दोनूं तरफ दो मिनख बैठा हा। उणां मांय अेक भोपो लाग्यो दूजो उणां रो सहायक। दोनूं धुंध मांय घिरयोड़ा मायावी सा लाग्या। उणां रै आगै एक मोटो थाळ पड़्यो हो जिण मांय रुपिया, नोट रोकड़ा पूरा भर्या हा। थान रै चारूंमेर लुगाई मिनखां रो जमावड़ो हो जिण मांय आधा जणा बीमार अर बेचारगी री मूर्तियां सा लागता हा। बे सगळा आप आपरी बीमारी कै समस्या रै उपचार समाधान सारू भेळा होया हा।
भारत अेक अेड़ो देस है जठै हर प्रांत मांय थान यानी पूजास्थान कै दरगाह मिलै। बठै मन्न्त मांगणै हर धर्मवाळा अनुयायी आया करै। राजस्थान मांय रामेदवरा, माजीसा, सतीमाता, पितरजी आदि रा थान जग्या-जग्या मिलै जठै हर बरस मेळो भी लाग्या करै है। सगळा धर्मावलम्बी वण मांय सामिल होवै। बठै कट्टरवाद रो नामोनिसान नीं होवै जिका कै धर्मगुरू प्रचार कर्या करै। हर धरम मांय सम्प्रदाय अलग-अलग कैई है पण मिनख मानै जिकै सच्चा गुरु अर भगवान। आ इज आपां री भारतीय सभ्यता अर संस्कृति री पिछाण अर खासियत है।
म्हैं म्हारै दोस्त रै केणै सूं आयो, बा जग्या माजीसा रो प्रसिद्ध थान हो। हर रोज घणाई लोग आपरी समस्यावां लेय’र आवै। नवा परणिज्योड़ा जोड़ा आसीरवाद लेवण सारू आवै। नवजात टाबरां रो झड़ोला उतारणै बठै आवै। इत्तरै मांय भोपो जोर-जोर सूं कांपणै लाग्यो। उणरै मूंडै सूं हूं हूं री आवाज आय रैई ही। बो बैठो-बैठो जोर सूं माथो घुमा रैयो हो। हूं री ध्वनि मांय अेक भयंकर फूंफकार ही। भोपो रो सहायक घोषणा करी सावधान माजी साहब अंग मांय आयग्या है।
थान कन्नै बैठो बूढो आदमी बोल्यो माजी सा क्यूं छोरी नै सतावो हो। उणरो इसारो 12-23 बरस री छोरी कानी हो। भोपो चीख्यो पूछ इणनै कुबेला मांय गांव री म्हारी छतरी माथै इयै थूक्यो क्यूं? गलती होयगी माजी सा इणनै माफी बखसो। म्हैं आपरै पगां पड़ां। क्यूं पैली ठा नीं ही कांई? गलती मानां। आगे सूं अेड़ो काम बा नीं करै। भोपे थाली सूं थोड़ी राख जिकी खोपरा अर अगरबत्तियां जळणै सूं भेळी होयगी ही, री चुटकी बूढे मिनख नै दी अर कैयो जा पाणी मांय घोळ इणनै पिला दीज्यो अर हुकम देवूं कै म्हारी बण छतरी नैं हर रोज सुबै सात दिन तक अेक घड़े पाणी सूं धोवै। अगली पूनम नैं फेरूं इणनै ला’र बताय जो। जो हुकम माजीसा केय’र बै बूढा सज्जन जेब सूं थोड़ा नोट निकाळ’र थाळी मांय डाल आपरी बेटी कै पोती नै लेय’र गयो परा।
बा जग्या खाली होंवतै पाण लारै बैठी लुगाई आगै सरकगी उणनै देखतै पांण भोपो बोल्यो- क्यूं पेट दुखै है नीं। अबै आई है तूं तो कैवती ही नीं कै म्हंनै देवतावां माथै विस्वास नीं है तो अठै कांई लेवणै आई है? बा लुगाई रोणी सूरत बिणाय बैठी ही बोली- खम्भा घणी माजीसा। पेट मांय हरदम दुखावो रेवै। बड़ा-बड़ा डाक्टर हकीम वैद्यां नै बताय चुकी। कोई बरोबर निदान नीं कर सक्यो। अबै आपरो ईज आसरो है। भोपो हुंकार भर बोल्यो थनै तो सजा मिलणी चाइजै। खिम्मा माजीसा म्हैं म्हारी भूल स्वीकार करूं प्रायश्चित भी करणओ चावूं। बौत दूर सूं आपरै शरणै आई हूं म्हनै मती सतावो। हूं...अक्कल आयगी नीं, फेरूं देवी देवतावां माथै अविस्वास री बात तो नीं करैला? बणनै भी अेक चुटकी राख दी अर पन्दरै दिन सुबै साम पाणी रै सागै लेवणनै कैयो। बा लुगाई बड़े आदरभाव सूं कागज मांय राख या आस्का लेय धोक दी थोड़ा रुपिया थाली मांय नाखनै ऊभी होयगी।
म्हंनै अचरज होयो कै भोपै नै इणरै पेट दुखणै री बात कियां ठा पड़ी। आपां 21 वीं सदी मांय पौंच रैया हां। अैसो कोई ठोस वैज्ञानिक प्रमाण नीं है कै कदैई दिल या अंग रै दुखाव रो पत्तो लगा सकै। चेरौ देख’र पण म्हैं खुद इण बात रो साक्षी बण देख रैयो हो।
बण लुगाई रै जांवतै पांण लारै बैठी जवान युवती जिण रा कपड़ा अस्त-व्यस्त हा अर केश बिखरियोड़ा हा, नै धूजणी सरु होयगी। सगळा चौंक उठ्या। भोपै रै कान मांय बणरै सहायक की भणको नांखियो। बण लुगाई रो धणी जिको साथै बैठो हो बोल्यो—घणी खम्भा धणीयाणी अबै इणनै छोड द्यो इण री हालत मरै जेड़ी होयगी है। अन्न बिल्कुल छूटग्यो है। बा जवान युवती मिनख री आवाज मांय चीखी नीं छोडूं इणनै लेयनै इज जाऊंगो। भोपो सजग होयग्यो पूछ्यो-कुण है रे तूं। जमालियो। इणनै क्यूं सताय रैयो है कांई लेवणै आयो है? म्हैं जिण झाड़ ऊपर रेवूं उणरै नीचै मूतियो क्यूं? भोपो जोर सूं बोल्यो—ठीक है अबै इणरो पिंड छोड दै आ अबै माजीसा रै दरबार मांय हाजिर होयगी है नींतर तन्नैं इतरो ठोकूंला कै तूं खुद दौड़ जावैला। कैय’र कन्नै पड़ियो कोड़ो फटकारियो। बा युवती चिल्लाई इणनैं नीं छोडूला। अच्छा तो ले केय’र भोपे उण लुगाई उपर कोड़ा मारणा सरू कर दिया ज्यूं-ज्यूं मार पड़ती युवती चिल्लावती बस करो अबै बस करो म्हैं चल्यो जाऊंगो। जा जल्दी फेरूं कदै मती आ इजै। नीं आऊं पण इणनै कैय द्यो कै इण म्हारी जग्या अपवित्र कर दीनी। आ चार दिन रोज अेक घड़ो पाणी बठै नाखै। ठीक है नाख देवैली पण ध्यान राखजै फेरूं इणनै सतायो तो थनै सीसी मांय बंद कर जमीन मांय गाड देवूंलो। इतरो कैवतै पांण बा युवती जमीन ऊपर पसरगी अर्थात् छियां उणरै अंग सूं निकळगी। थोड़ी देर पछै बा गुमसुम बैठी रैयी। अचानक सचेत होवतै ई बाजू मांय धणी नै देख’र घूंघटो काढ लियो। बण रै धणी थाळी मांय चढावो डालियो अर उणसका लेय’र दोन्यूं निकळग्या।
बणां रै लारै अेक काळी लुगाई आपरी बैटी नै आगै कर कैयो—माजीसा बापजी। इण छोरी रो ब्याव कर्या पछै आ अेक दिन भी सासरै मांय नी रैय सकी। बठै जांवतै पांण अचेत होय जावै नीं कीं खावै कीं पीवै। दांत भी जुड़ जावै। भोपो वापिस झूमण लाग्यो। म्हनै ठा है ठा है। आ म्हारै थान में डाक’र गई परी। इणरी हालत दो बरस तक इयां इज रैसी। माजीसा खम्मा घणी। टाबर है माफ कर द्यो आपरी गाय है। थान रो मान नीं रैयो। भूल होयगी। आप जिकी सजा देवणी चावो द्यो पण इणनै सतावो मती। बड़ी उमंग सूं आपरै दरबार मांय हाजिर होई है। भोपे कैयो-थारी इण बेटी नै समझाय दीजै कै काला कपड़ा नीं पेरै, थान ऊपर लाल चुनड़ी चढावै, दो महीनां पछै वापिस आइजै। खींजे सूं अेक लाल डोरी निकाळ बणनै दी अर कैयो—इणरै हाथ ऊपर बांध दीजै। हां दो साल मांय थोड़ा’क दिन ईज बच्या है। सासरै मत भेजजै। पछै भेजजै। जो हुकम बापजी केय’र भोपे रै हाथ सूं आसका लेय’र चढ़ावो चढ़ाय’र मां बेटी बठै सूं बारै निकळग्या।
अगली दरसण करवावाळी अेक बूढ़ी लुगाई ही। उणनै देखतै पांण भोपो चिल्लायो—तूं कांई कैयो हो बोल तो। अठै आवण वाळा सगळा मूरख गावदी है। सगळा भोपा डफाण है। बूढी लुगाई माथो टेक दियो। रोवणी आवाज मांय बोली—भूल होयगी धमीयाणी। इण बात री ईज तो सजा भुगत रैयी हूं। माथो अणूंतो दुखै जाणै फाटसी। तोबा करूं आपरै अस्तित्व रै फेरूं कदै संसय करूं तो। जा, ले आ आसका। अेक महीणै पछै आइजै। चांदी रा छल्ला जोड़ी अेक माजीसा रै थान ऊपर जरूर चढा दीजै। जो हुकम बापजी। बा बी आस्का ले चढावो चढा’र घरै निकळगी।
उणरै लारै दो लुगायां बैठी ही उण मांय अेक फूटरी युवती गुमसुम बैठी ही।
साथ वाळी बोली—बापजी आ छोटी रात नै ढोलिये सूं अेक- अेक फुट ऊपर उठ’र नीचे पड़ जावै जाणै हवा मांय लेटी सूती हुवै। इणरै सागै कांई होवै इणनै भी ठा नीं पड़ै इतरो ईज बतावै कै रात रा की अदीठी सक्ति सफेद कपड़ा पैरयोड़ो उणरै साथै आयनै उणरै भेळो सोय जावै। रोज कपड़ा गीला होय जावै। भोपो धुंकियो तो म्हैं कांई कर सकूं। इण ऊपर तो भूत प्रेत री छिंया है। इणरै रूप ऊपर बो मोहित होय’र पाछै लागग्यो है। बो जबरो मेलो देव है। इणरी खातिर तो पूजा पाठ करणी पड़सी। बा लुगाई बोली—करावो बापजी माजीसा इणनै कियां ई छुटकारो दिलावो बड़ी मेहर होयसी। भोपे आदेस दियो-रात रा अेक गज लाल कपड़ो, अेक गज सफेद कपड़ो लाइजै। म्हैं उण प्रेत नै बांध देस्यूं। मेली आतमा है। उणनै संतावणै मांय घणो मजो आवै। ओ लै डोरो इणरै गळै मांय बांध दीजै। पछै बो प्रेत कदै ई नीं आवै। हां पूजा रै सामान री विगत म्हारै चेले नैं बारै पूछ लीजै।
म्है अे सगळा दरसाव देख’र चकित रैयग्यो। कैड़ा-कैड़ा अंधविस्वास लोगां रै मन मांय बसग्या है। असिक्सा अर रूढिवाद सूं जलमी आ कुंठा आपां नै कठै खड़्यो करैला कोई नीं जाणै। अमेरिका जिसै विकसित देस मांय 42 प्रतिशत मिनख लुगायां हामल भरी कै कदै न कदै बै मरियोड़ै बडकां सूं बात करी है। इणरो नांव श्रद्धा है आस्था है कै मन री भरमणा।
अबै म्हारी बारी आयगी। दोस्त म्हनै टहोको लगायो म्हांरो अंगरेजी परवेश देख भोपो पूछ्यो—क्यूं बाबू साब आप सोचता होवोला कै अै बातां साच कदै होय सकै। म्हांनै कांई ठा पड़ै कै उणां रै मन री बात जाणल्यां। अरै भाई! देवी देवतावां सूं कांई छानै है। आप नास्तिक हो भागो अठै सूं। म्है 11 रुपिया थाली मांय डाल दिया तद भोपो पूछ्यो—आपरी कांई समस्या है। आपरी जुबान सूं ईज बोलो। म्हंनै कांई नीं सूझ्यो कै कांई पुछूं। मूंडै सूं निकळग्यो— अेक बेटे री चाहना लेय’र आयो हूं। मन्नत मांगू। म्हारी उमर रो अंदाज लगाय’र भोपो बोल्यो—संतान सुख थारै भाग मांय नीं लिख्योड़ो है। लिख्यै लेख नै तो म्हैं भी नी मिटा सकूं थारै टाबर कदै नीं होय सकै। अबै माथो मत खावो कुबेला आय रैई है।
म्हैं ऊभो होयग्यो। म्हारै तीन बेटा अर दो बेटियां है। भोपे नै कांई पूछूं कीं समझ मांय कोनी आयो। इणरै बीजा टाबर री बात इयां ई छेड़ दी ही अर म्हनै जवाब भी मिळग्यो। प्रतिवाद रो वातावरण नीं हो। उणां रै जागा, उणां रो थान उणां रो दरबार भगत भी उणांरा पक्स लेवैला। उण सूं बहस करणी बेकार ही इण वास्तै कीं नी बोल्यो अर बारै आयग्यो।
बारै चोतरै ऊपर कैई लोग बण भोपे रा साथीड़ा बैठा हा अर दरसण करणै आवणियां सूं बातां कर रैया हा। दुख अरं प्रेम रा दो बोल भी आपां किनै ई केय देवां तो बो आपरो पूरो हियो खोल आपां रै सामनै हर घटना अर अनुभव कैय दै अर अे समाचार भोपै कन्नै अे लोग पौचा देवता होवैला। बीमारी या समस्या रो समाधान उपचार होवणो सायद आस्था अर विस्वास री बात है।