कई काम रा लूका ई?

फगत नाम रा भूका ई॥

माल उड़ाण्यां मोफत रो

तक-तक ताके मूका ई।

मोड़ा-मोड़ा आया पण

वेगा-वेगा ढूका ई।

गण्डकड़ा ज्यूं गुर्रावे

देख हाड़ रा टूका ई।

वच में टांग अड़ावा रो

डाव एक नी चूका ई।

स्रोत
  • पोथी : फूंक दे, फूंक ,
  • सिरजक : पुष्कर 'गुप्तेश्वर' ,
  • प्रकाशक : बोधि प्रकाशन
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