हेत, मिलण आपस रा छूट्या,
मिलबा में डर लागै।
पाड़ौसी रा घर में 'पूजा',
कुण—कुण सैणी, सागै।
भेस बदळ'र रैवै कामण,
काळ जादू, जागै।
मीठी—मीठी बातां मांय,
तीखा खंजर, राखै।
कियां बदळगी इतरी दुनिया,
भींतां थर—थर, कांपै।