सौनलियै सूरज री किरणां आई जगावण नै।
हालो पाणी लावण नै, चालो पाणी लावण नै॥
पांख-पखेरू कुरळावै, आभै में राती बादळी,
खोलण लागी रातड़ली, तारां-नग पोयी मादळी,
लाल-लजीली पौ-फाटी जद लागी ओटण नै।
हालो पाणी लावण नै, चालो पाणी लावण नै।
हर्या-भर्या है झाड़-झांखरा, भरगी ताळ-तळाई जी,
पाणी भरवा जावण दो, मत पकड़ो पीव कळाई जी,
सहेल्यां म्हारी बारै ऊभी, सागै चालण नै।
हालो पाणी लावण नै, चालो पाणी लावण नै।
माथै मटकी मेल मनचली, मन ही मन मुळकावै जी,
आभो झूमै, हेठै धरती, गीत प्रीत रा गावै जी,
बांसुरी बजावै रे बायरो, जी बिलमावण नै।
हालो पाणी लावण नै, चालो पाणी लावण नै।
लूंब-लुंबाळी ईढाणी बैरै, ज्यूं चन्दा री कोर जी,
इण भांत उडै है ओढ़णियो, जाणै सावणियै रा लोर जी,
सरवर चाली गोरड़ी, पिव हळियो बावण नै।
हालो पाणी लावण नै, चालो पाणी लावण नै।
नखली सूं पगिया सजियोड़ा, मैंदी रचिया हाथ जी,
बिन्दिया रै मिस चांदड़लो, चूमै गौरी रो माथ जी,
बाजू-बंध री लड़ियां पट-पट लागी लटकण नै
हालो पाणी लावण नै, चालो पाणी लावण नै।
घाघरियै री लड़ में बैरै घुम्मर घालै मोरियों,
लाल कसूंबल ओढणो बैरो, कुण जाणै कुण कोरियो,
हाथण ज्यूं मतवाळी चालां, लागी चालण नै।
हालो पाणी लावण नै, चालो पाणी लावण नै
चंचल नैण चकोरी रा जद, घूंघट में शरमावै जी,
काजळियै री कोर, बैवतां रा हिवड़ा भरमावै जी,
रुणझुण पग री पायलिया, जद लागी बाजण नै।
हालो पाणी लावण नै, चालो पाणी लावण नै।
ताल - तळयां माथै गायां-गोख्यां री भरमार जी,
ऊंठ बकरड़ी घोड़ां सागै, छागां रो परिवार जी,
ठण्डी मद री लहरां चालै, जी ललचावण नै।
हालो पाणी लावण नै, चालो पाणी लावण नै।
ठाली मटकी मेल सुगनड़ी छेड़ी घर री बात जी,
पीव गया परदेश हो साथण, कींकर काटूं रात जी,
नैणां सूं म्हारै नीर झरै, इयै भरियै सावण में।
हालो पाणी लावण नै, चालो पाणी लावण नै।
थाम पगां रै बीच घाघरो, पाणीड़ै पग धरियो जी,
हंसा-बरणै गळणै सूं जद, छाण्यो पाणी भरियो जी,
ओढ़णियै रो उडतो पल्लो, लागो भीजण नै।
हालो पाणी लावण नै, चालो पाणी लावण नै।
हांडा, मटकी, चुकली, चाडा, तिरमिर भरिया गोरड्यां,
घूंघट रै पल्लां सूं झांक'र, कैवण लागी छोरड्यां,
सुणो सहेल्यां देर करो मत, चूड़ा मांजण में,
हालो पाणी लावण नै, चालो पाणी लावण नै।
ठण्डै मीठे पाणीड़ै री, रिळ-मिळ उखणी गागरी,
गड़सीसर यूं घरियै चाली, जेसाणै री नागरी,
छल-छल छलकै मटकी, माथै रस बरसावण नै।
हालो पाणी लावण नै, चालो पाणी लावण नै।
पीळो हांडो, लाल ओढणी, बादळियै ज्यूं केश जी,
हर्यो घाघरो, सात-सुरंगी पणिहारी रो भेषजी,
चाली गोरी इन्द्रधनुष री, रेख सजावण नै।
हालो पाणी लावण नै, चालो पाणी लावण नै।
ऐ पदमणियां पूगळ री, बै बीकाणै रै गांव री,
ठुमक ठुमक पाणीड़ो लावै, जोधाणै री सांवरी,
पतळी कमर बांरी लचकण लागी, हिय हरखावण नै।
हालो पाणी लावण नै, चालो पाणी लावण नै।
नखरा मत जोइजे 'रूपा' पिणघट बै'ती नार रा,
ना गाईजो गीत 'बावरा', धोरां री पणिहार रा,
मारग नैं मत रोक भंवरजी, हेत लगावण नै।
सोनलियै सूरज री किरणां आई जगावण नै।
हालो पाणी लावण नै, चालो पाणी लावण नै॥