या राजस्थानी भासा है या राजस्थानी भासा है

दस करोड़ राजस्थानी नी हिवड़ा नी या आसा है

अणी भासा मअें मीराबाई कान्हां ऊं प्रीत करी जाणौ

मनवार करी गोविन्द नै करमा खिचड़ू खवड़ाव्यू मानौ

भगती कीधी गवरीबाई अर जोग हदार्‌यौ है भाया

दुर्लभजी कीधी राम भक्ती अणी भासा मअें कई पद गाया

बेणका मअें मावजी रास करी हेत्तं नी पूरी आसा है

या राजस्थानी भासा है...

अणी भासा मअें जोयते जोगी हंबराव्यू आजै गलालेंग

तलवाड़ा नी कामण हांबरी नाची पड्या लालेंग वालेंग

टामटिया मअें हूड़ो गायो हूरातण चढ्यू भारी है।

अर फाग हरेड़ी नी हांबरी गेरीये भी धूम मचाड़ी है

अणी भसा मअें रमें भील लोग गवरी ना खेल तमासा हैं।

या राजस्थानी भासा है...

अणी भासा मअें हांबरी दूहा कई रांगड़ा रण मअें झूंझीग्या

कई माथ कपावी देस हारू हीदा सरगं मअें पुगी ग्या

पद्मण जोहर कीधू जारे लपटे लप लप करवा लागी

चित्तोड़ दुरग मअें महाकाली खून ऊं खप्पर भरवा लागी

कल्लाजी लड़्या च्यार हाथ या वात जगत परकासा है

या राजस्थानी भासा है...

कोई भेरूजी जाये है कोई मात भवानी पूजे है

भोपो हांकरिये खणकावे कोई ऊभो ऊभो धूजे है

कोई पूछ करे अणी भासा मअें क्यं परचो थाये भारी है

क्यं जगन भड़का थईर्या हैं परसादी नी तैयारी है

कोई गीड़ाडोट मअें राजी है कोई खेले चोपड़पासा है

या राजस्थानी भासा है...

क्यं भजन करी अणी भासा मअें खीज्या भगवान मनावे हैं

क्यं भाभी भूवा मामी काकी गीत विवा नं गावे हैं

जद करें विदाई बेटी नी आंखं मअें पाणी आवे है

भरतार जोई नै नवी लाड़ी घूंघटिया मअें हरमावे है

क्यं खुसियं नौ है ठट्ट लाग्यौ क्यं दुखमअें दअें दिलासा है

या राजस्थानी भासा है...

अणी भासा खातर नाना भाई खांट कीधी कुरबानी है

सिक्सा खातर काळी बाई जग मअें सहीद केवाणी है

गोविन्द गुरु अे भीलं मअें भगती नी जोत जगावी है

तेजावत मोतीलाल अे भोमट मअें भड़भच्च मचावी है

डाक्टर नागेन्दसिंगजी जग ना जज बाण्या हांचा है

या राजस्थानी भासा है...

अणी भासा मअें उस्ताद गणेसीलाल अे अलख जगाड़ी है

संकर सामोर अे संख वजाड़ी आलस ऊब भगाड़ी है

रेवत जी, प्रेमजी प्रेम ने सांवर दइया सरगे पूगीग्या

मानता मले राजस्थानी नै केह्ते केह्ते ऊंघीग्या

बिज्जी, सी पी देवल, मालू, ज्यातिपुंज माथै आसा है

या राजस्थानी भासा है...

मायड़ भासा माथै आवी देखौ आजै विपता भारी

कम्मर बांधी काठा थई जौ अर हेत्ती करीलौ तैयारी

तमें मायड़ भासा ना सपूत हौ अेनौ मान वधाब्बो है

मली जाय मानता भासा नै अेवो कानून बणाब्बो है

न्हें तौ मावीतर तमनै जोई नाखें आज नसासा है

या राजस्थानी भासा है या राजस्थानी भासा है...

स्रोत
  • पोथी : अपरंच ,
  • सिरजक : उपेन्द्र अणु
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