चपला री डाळी हींडौ जी घाल्यौ

घाल्यौ रेसम डोर

म्हारै हिंडोळै ईसर जी पधारया

लै गौरां बाईसा नै साथ

लै लाडड़ल्यां नै साथ

जे म्है हींडौ घाल्यौ

अेक हींडोळौ दयौ सांवळिया

अेक हींडोळौ दयौ पातळिया

अेक हींडोळौ दयौ सुदरां बाईसा रा बीर

जे म्है हींडो घाल्यौ...

चम्पे की डाली पर झूला डाला

डाला रेशम डोर

मेरे झूले पर ईसर जी पधारे

लेकर गौरां बाईसा को साथ

ले अपनी प्रिया को साथ

जो मैंने झूला डाला

एक झोटा आप दो 'सावंळिया'

एक झोटा आप दो 'पातळिया'

एक झोटा दो सुदरां बाईसा के प्यारे भाई

जो मैंने झूला डाला

स्रोत
  • पोथी : गणगौर के लोक-गीत ,
  • संपादक : महीपाल सिंह राठौड़ ,
  • प्रकाशक : सुधन प्रकाशन, जोधपुर ,
  • संस्करण : 1
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