गे'रौ जी फूल गुलाब रौ

थे तौ घणौ, कमायौ घर आवौ राय रसिया

गे'रौ जी फूल गुलाब रौ

थे तौ अगूणी धरती मत परणौ राय रसिया

गे'रौ जी फूल गुलाब रौ

अगूणी धरती री पीळी दांता राय रसिया

गे'रौ जी फूल गुलाब

थे तौ दिखणादी धरती मत परणौ राय रसिया

गे'रौ जी फूल गुलाब रौ

दिखणादी धरती मोटां पेटां राय रसिया

गे'रौ जी फूल गुलाब रौ

घणौ कमावै घणौ खावै राय रसिया

गे'रौ जी फूल गुलाब रौ

थे तौ आंथूणी धरती री मरवण मत परणौ राय रसिया

गे'रौ जी फूल गुलाब रौ

बा तौ आंथूणी धरती री बड़कां बोली राय रसिया

गे'रौ जी फूल गुलाब रौ

थे तौ आंधूणी मरवण मत परणौ राय रसिया

गे'रौ जी फूल गुलाब रौ

बा तौ ठुणका करणी राय रसिया

थे तौ आंपणी धरती री मरवण परणौ राय रसिया

गे'रौ जी फूल गुलाब रौ

बा तौ आपणी धरती री पतळां पेटा राय रसिया

गे'रौ जी फूल गुलाब

बा तौ धीमी-धीमी चालै मदरी बोलै राय रसिया

अे तौ घणौ, कमावै थोड़ा खावै राय रसिया

सुन्दर है पुष्प गुलाब का

आपने तो खूब ही कमाया अब तो घर आवो राय रसिया

सुन्दर है पुष्प गुलाब का

आप तो पूर्वी प्रदेश में मत विवाह करिए राय रसिया

सुन्दर है पुष्प गुलाब का

पूर्वी प्रदेश की पीले दाँतो वाली राय रसिया

सुन्दर है पुष्प गुलाब का

आप तो दक्षिणी प्रदेश में मत विवाह करिए राय रसिया

सुन्दर है पुष्प गुलाब का

दक्षिणी प्रदेश की बड़े पेट वाली राय रसिया

सुन्दर है पुष्प गुलाब का

खूब कमाती और खूब खाती राय रसिया

सुन्दर है पुष्प गुलाब का

आप तो पश्चिमी प्रदेश की 'मरवण' वे विवाह मत करिए राय रसिया

सुन्दर है पुष्प गुलाब का

वह तो पश्चिमी प्रदेश की कड़वी बोली बोलती राय रसिया

सुन्दर है पुष्प गुलाब का

आप तो पश्चिमी प्रदेश की मरवण से विवाह मत करिए राय रसिया

सुन्दर है पुष्प गुलाब का

वह तो नखरे करने वाली राय रसिया

आप तो अपने ही प्रदेश की मरवण से विवाह करिए राय रसिया

सुन्दर है पुष्प गुलाब का

वह तो अपनी धरती की पतले पेट वाली राय रसिया

सुन्दर है पुष्प गुलाब का

वह तो धीमी-धीमी चलती है और मधुर वाणी बोलती राय रसिया

यह तो खूब कमाती और थोड़ा खाती राय रसिया

स्रोत
  • पोथी : गणगौर के लोक-गीत ,
  • संपादक : महीपाल सिंह राठौड़ ,
  • प्रकाशक : सुधन प्रकाशन, जोधपुर ,
  • संस्करण : 1
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