म्हारी सवा लाख री लूम
गम गई ईडूणी
औ ईडूणी रै कारणै
री सासू ताना देय
गम गई ईडूणी
ओ ईडूणी रै कारणै
म्हारो सुसरो रूसो जाय
गम गई ईडूणी
ओ ईडूणी रै कारणै
गई नणद कुआं में कूद
गम गई ईडूणी
ओ ईडूणी रै कारणै
म्हारो देवर लड़ै लड़ाई
गम गई ईडूणी
ओ ईडूणी रै कारणै
म्हारी जेठाणी बोलै बोल
गम गी ईडूणी

ईडूणी

स्रोत
  • पोथी : राजस्थानी साहित्य में पर्यावरण चेतना ,
  • संपादक : डॉ. हनुमान गालवा ,
  • प्रकाशक : बुक्स ट्रेजर, जोधपुर ,
  • संस्करण : प्रथम
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