सोनै सूरज ऊगियो दीठी वादळियां।
मुरधर लेवै वारणा भर-भर आंखड़ियां॥
भावार्थ:- आज सोने का सूरज उगा जो बादळियां दिखाई दीं। आंखें भर-भर कर मरुधरा बलैयां ले रहीं है।