जूनौ कोस
नूवौ कोस
लोक परंपरा
ई-पुस्तक
महोत्सव
Quick Links
जूनौ कोस
नूवौ कोस
लोक परंपरा
ई-पुस्तक
महोत्सव
साइट: परिचय
संस्थापक: परिचय
अंजस सोशल मीडिया
बाजे मति मति बांसुरी
नागरीदास
Favourite
Share
Share
बाजे
मति
मति
बाँसुरी,
मति
पिय
अधरन
लागि।
अरी
घर
बसी
देत
क्यों,
रोम
रोम
में
लागि॥
स्रोत
पोथी
: राजस्थानी भाषा और साहित्य
,
सिरजक
: नागरीदास
,
संपादक
: मोतीलाल मनारिया
,
प्रकाशक
: राजस्थानी ग्रंथागार, जोधपुर
,
संस्करण
: छठा संस्करण
जुड़्योड़ा विसै
क्रिसण
ईसकौ
भगती काव्य