चोर पर कवितावां

चोरी करने वाला व्यक्ति

चोर कहा जाता है। चौर्यकर्म में निहित रहस्यात्मकता, कौतुक, दुस्साहसिकता के कारण कवियों द्वारा चोर पर्याप्त आकर्षण से कविता में तलब किए जाते रहे हैं।

कविता2

पालो काटता

राजेन्द्र सिंह चारण