सत्संग पर सबद

भक्तिधारा में संत-महात्माओं

की संगति और उनके साथ धार्मिक चर्चा को पर्याप्त महत्ता दी गई है। प्रस्तुत चयन में सत्संग विषयक भक्ति काव्य-रूपों को शामिल किया गया है।

सबद1

गुरु रूप हमारा दाता हो

आत्माराम 'रामस्नेही संत'