पतंग पर कवितावां

पतंग की उड़ान कवि-मन

को आकर्षित करती रही है। अपने इतिहास में यह विभिन्न मान्यताओं, अंधविश्वासों और उत्सवों से संबद्ध रही है। माना जाता है कि दुनिया की पहली पतंग एक चीनी दार्शनिक हुआंग थेग ने उड़ाई थी। इस चयन में पतंग विषयक कविताओं का संकलन किया गया है।

कविता6

पतंग

नीलम पारीक

किनको

घनश्याम नाथ कच्छावा

पतंग

भविष्यदत्त ‘भविष्य’

पतंग अर टाबर

मदन सैनी

हकरत

कैलाश गिरि गोस्वामी

हकरत

छत्रपाल शिवाजी