गळत इलाज
गोपी म्हाराज री ऊमर पचास सूं अेकाध कम ही हुसी, तोही सिर धोळो हुयै नैं दस बरस हुग्या हुसी, अबार तो केस ही रिपियै में आठाना बच्या है, अर बत्तीसी बापड़ी मुस्कल सूं च्याराना, है बा ही भागरी हालै है। मूंढै पर बधता सळ, अर सळां में सांसो। आंख्यां में गूगळापण