पुल पर कवितावां

खाइयों, नदी–नालों, रेललाइनों

आदि के ऊपर आर–पार जाने के लिए बनाई गई वास्तु रचना, सेतु

कविता2

पछै पछै रै उणियार

चन्द्र प्रकाश देवल