नवौ जलम
म्हनै किणी जरूरी कांम बिलाड़ा सूं देवळी जावणौ हौ। हरिपुर-रायपुर जावण वाळी मोटर रौ डलेवर रसीद भाई म्हारै खासौ सैंधौ है। म्हारै सुभाव मुजब म्हैं उणनै घणौ खराय, घणी-घणी भुळावण देय कह्यौ—रसीद भाई! म्हैं सफाखांनै जाय अबारूं पाछौ आवूं। थोड़ौ-घणौ मोड़ौ व्है