जूनौ कोस
नूवौ कोस
लोक परंपरा
ई-पुस्तक
महोत्सव
Quick Links
जूनौ कोस
नूवौ कोस
लोक परंपरा
ई-पुस्तक
महोत्सव
साइट: परिचय
संस्थापक: परिचय
अंजस सोशल मीडिया
शाप वशिष्ट समेट
बुधसिंह सिढ़ायच
Favourite
Share
Share
शाप
वशिष्ट
समेट,
वन-वन
में
फिरता
वसू।
पाप
पचायो
पेट,
देवधुनी
करने
दया॥
स्रोत
पोथी
: देविचरित (भाग -2)
,
सिरजक
: बुधसिंह सिंढायच
,
संपादक
: फतेहसिंह
,
प्रकाशक
: निदेशक, राजस्थान प्राच्यविद्या प्रतिष्ठान, जोधपुर
,
संस्करण
: प्रथम