राजस्थानी अर हिन्दी मांय लेखन।'खरूंठ' नांव स्यूं पोथी प्रकासित।
अै रूंख
चार मुक्तक
एक चोरंगी जिनगानी
एक मांदो गांव’र मैं
जैपर रो अेक दिन
जिनावर अर मिनख
जिन्दगी