मुनि महनन्दि
मध्यकाल रा महताऊ जैन धरम प्रचारक कवि।
मध्यकाल रा महताऊ जैन धरम प्रचारक कवि।
मुनि महनन्दि मध्यकाल रा महताऊ जैन धरम प्रचारक अर सांतरा जैन कवि हा। वै भट्टारक वीरचन्द्र रा सिस्य हा। वां री अेक रचना ’बारक्खड़ी दोहा’ अजे तांईं मिळी है जिणनै ’पाहुड़दोहा’ नांव सूं ई जाण्यौ जावै। महनन्दि रा काव्यभासा घणी सरस अर सहज है।