कविता10 आजादी रै आंगणियै मतवाळा लूमक-झूमक गोगड़ तप चिणां री भाजी त्याग अर बलिदान री प्रेरणा मिनखां री बानगी सौ-सौ जोड़ूं हाथ ये मायड़