आं दिनां अनंत जात्रा भादवै रो मेह एक सूं मत सारो ई साल बी-बी दिनई के ईचरज है फरक है याद रै मांय सतमासिया सपना सीख सुगन तू नईं आई यादां रो अड़ाव