जितेन्द्र कुमार सोनी
चावा कवि-अनुवादक। 'रणखार' कविता संग्रै माथे केन्द्रीय साहित्य अकादमी रो युवा पुरस्कार।
चावा कवि-अनुवादक। 'रणखार' कविता संग्रै माथे केन्द्रीय साहित्य अकादमी रो युवा पुरस्कार।
जन्म: 29 Nov 1981 | धन्नासर,भारत
डॉ. जितेंद्र कुमार सोनी रौ जलम 29 नवम्बर 1981 नै हनुमानगढ़ जिलै रै धन्नासर गाम मांय हुयो। वां भणाई एम.ए. अर पीएचडी री करी। वांरी मातभासा पंजाबी है, पण इलाकै रै राजस्थानी सहित्यकारां रै सान्निध्य में रैवता थकां राजस्थानी साहित्य में सिरजण करण लागा। आमजन सूं राजस्थानी में संवाद करियां सूं वांरी लेखन-भासा में निखार आयौ अर पछै हिन्दी रै साथै-साथै राजस्थानी मांय लिखण लाग्या। जालोर, झालावाड़, नागौर अर अलवर जिला कलेक्टर अर जिला मजिस्ट्रेट रै पद माथै रैवता थकां कई नवाचार करिया अर आमजन सूं सदीव जनता री भासा राजस्थानी में संवाद करियो। 'रणखार’, 'म्हारै पांती रा पाना’ (नामी कवि हरिभजन सिंह रैणू रै पंजाबी कविता संग्रै रो राजस्थानी उल्थो), 'देहरा मांय आज ई उगै है आपणा रूंख’ (रस्किन बांड रै साहित्य अकादेमी सूं पुरस्कृत अंग्रेजी कहाणी संग्रै रो राजस्थानी उल्थो), 'भणाई रो मारग’ (महात्मा गांधी रै शिक्षा रो माध्यम विसै माथै लिख्योड़ै लेखां रो संचै अर राजस्थानी उल्थो), 'यादावरी’ (हिंदी डायरी), 'भरखमा’ (राजस्थानी कहाणी संग्रै) 'एडियोस’ (हिन्दी कहाणी संग्रै) अर 'निर्वाण’ (डॉ. मनमोहन सिंह रै साहित्य अकादेमी सूं पुरस्कृत पंजाबी उपन्यास रो हिंदी उल्थो) आद वांरी प्रकाशित पोथियां है। कविता संग्रै 'रणखार' सारू वांनै केंद्रीय साहित्य अकादेमी रौ युवा पुरस्कार, 'भरखमा' कहाणी संग्रै ‘पर राजस्थानी भाषा, साहित्य एवं संस्कृति अकादमी, बीकानेर रौ मुरलीधर व्यास राजस्थानी कथा साहित्य पुरस्कार पण वांनै मिल्यौ।