हरिमोहन सारस्वत 'रूंख' जलम: 1971 bikaner कवि-लेखक अर पत्रकार। ‘गम्योड़ा सबद’, ‘म्हारो काळजो’ नांव सूं कविता संकलन प्रकाशित।
आओ, आपां हांसां चिंतावां : न्यारा-न्यारा चितराम म्हारी जुबान रो गीत म्हारो काळजो पाग सबद नाद सबद नाद सुण मरवण