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चेतन स्वामी

चेतन स्वामी

  • जलम: 1957
  • bikaner

चावा कवि-कहाणीकार अर संपादक।

चेतन स्वामी रौ परिचय

जन्म: 04 Mar 1957 | श्रीडूंगरगढ,भारत

डॉ चेतन स्वामी राजस्थानी कहाणी परम्परा रा सांवठा रचनाकार है। वांरौ जलम मार्च 1957 में श्री डूंगरगढ़ में हुयो। वां आपरै कैरियर री सरूआत राजस्थान पत्रिका में पत्रकारिता सूं करी। मनोविज्ञान, मनोविश्लेषण, लोक दीठ, आंचलिक जूण जातरा रा सैकडूं चितराम वांरी कहाण्यां में देखण नै लाधै। 'आंगणै बिचाळै भीतां' वांरौ संजोरो कहाणी संग्रै है, जिण में मध्यमवर्गीय चेतना रौ विघटण, एकलपै मिनख रो संत्रास अर ग्रामीण बोध रा चडूड़ पड़बिंब निगै आवै। 'किस्तुरी मिरग' सिरैनांव सूं वांरौ दूसरो कहाणी संग्रै है। 'किस्तुरी मिरग' संग्रै राजस्थानी संस्कृति अर परम्परा री सागीड़ी ओळखाण करावै। डॉ चेतन स्वामी रै कहाणी संग्रै 'उल्टो उमाराम' में लेखक री गजब री पर्यवेक्षण खिमता अर राजस्थानी समाज रा मूल्य अर बिंब साम्ही आवै, जिणसूं उल्टो उमाराम' संग्रै री सगळी कहाण्यां आपरो नूंवो मुकाम बणावंती दिखै। वै राजस्थानी रा गद्यकार हुवण रै साथै-साथै कवि ई है। ‘सवाल' अर 'चितार' नांव सूं वांरा दो कविता संग्रै प्रकाशित है। दोन्यूं कविता संग्रै राजस्थानी मानखै री अबखायां अर जूझती जूण रा सैंचनण चितराम साम्ही राखै। सत्यप्रकाश जोशी री टाळवी कवितावां रौ संग्रै 'निजराणो' ई वांरै संपादन में साम्ही आयौ।  इणरै अलावा 'आखर' सिरैनांव सूं कहाणी संग्रै अर 'रचाव' नांव सूं व्यंग संग्रै रो ई वै संपादन कर चुक्या है। डॉ चेतन स्वामी राजस्थानी भाषा साहित्य एवं संस्कृति अकादमी, बीकानेर री मासिक पत्रिका 'जागती जोत' अर राष्ट्रभाषा हिंदी प्रचार समिति, डूंगरगढ़ री पत्रिका 'राजस्थली' रौ लगातार केई बरसां तांई संपादन कर्‌यो। अनुवाद रै पैटे ई डॉ चेतन स्वामी रौ सार्थक काम निगै आवै। वां अलका सरावगी रै चर्चित हिंदी उपन्यास 'कलिकथा वाया बाइपास’ रौ उल्थो कर्‌यो। इणरै अलावा रसूल हमजातोव री ख्यात किताब ‘मेरा दागिस्तान’ रौ 'म्हारो दागिस्तान' नांव सूं अनुवाद ई वां कर्‌यो। वांनै वांरै कहाणी संग्रै ‘कस्तूरी मिरग’ सारु साहित्य अकादमी, नई दिल्ली रौ सर्वोच्च पुरस्कार अर राजस्थानी भाषा साहित्य संस्कृति अकादमी, बीकानेर रो शिवचंद्र भरतिया पुरस्कार ई दियौ गयौ। 'आधुनिक राजस्थानी कहानी अर लोकजीवन' अर 'राजस्थानी साहित्य साधक किशोर कल्पनाकांत' सिरै नावं सूं वांरा शोधग्रंथ छप चुक्या है। राजस्थानी कहाणी पर ‘राजस्थानी कहाणी इतिहास और आळोच’ वांरी सद्य प्रकाशित पोथी है।