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चावा कवि-आलोचक। 'आलोचना री आंख सूं' आलोचना पोथी पर केन्द्रीय साहित्य अकादमी पुरस्कार।
संस्कृत, फारसी, अरबी, पंजाबी अर डिंगल-पिंगल रा नांमी जाणकार कवि। 'रतन रासौ' अर 'राजसमंद रूपक' नांव रै चावै ग्रंथां रा सिरजक।
सुपरिचित कवयित्री।
इण सदी री कवयित्री।
'संबोधन' पत्रिका रा संपादक। राजस्थानी अर हिन्दी रा सांतरा कवि-लेखक।