कुल: 2
मध्यकाल रा अज्ञात कवि।
संस्कृत, फारसी, अरबी, पंजाबी अर डिंगल-पिंगल रा नांमी जाणकार कवि। 'रतन रासौ' अर 'राजसमंद रूपक' नांव रै चावै ग्रंथां रा सिरजक।