
चूरू रा रचनाकार
कुल: 57
कुल: 57
राजस्थानी कहाणी परंपरा रा लूंठा लिखारा, 'अकल बिना ऊंट उभाणा','लाडेसर','नैणा खूट्यो नीर' आद पोथयां रा लिखारा।
बीकानेर रे मुन्जासर गाँव में जल्मियोड़ा वीर रस रा कवि, जिका 'राव जैतसी रो छंद' नाम रे साहित्यिक अर ऐतिहासिक दीठ सूं घण महताऊ ग्रंथ री रचना करी।
सिरैनांव कवि-आलोचक-संपादक। 'संस्कृति री सनातन दीठ' पोथी माथै केन्द्रीय साहित्य अकादमी सूं सम्मानित।