बूंदी रा रचनाकार
कुल: 2
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हाड़ौती अंचल रा चावा लिखारा। राजस्थानी गीत अर दोहां में लगोलग काम। अनुवाद में ई सांवठी भागीदारी ।
बूंदी रा राजकवि। 'वीररसावतार' रे रूप में चावा। डिंगल में ओज सूं ओतप्रोत 'वीर सतसई' अर पिंगल में 'वंश भास्कर' जैड़े वृहद ग्रंथ रा रचनाकार। 'राजस्थानी भाषा साहित्य एवं संस्कृति अकादमी' रो सिरै पुरस्कार इणां रे नांव माथै देइजै।