(1)

धूप, धुंऔ, धुंध और धूळ ज़िन्दगी
अणकूंत्यां जनमां री भूल ज़िन्दगी
घणै-घणै जतन सूं सींचियौ गुलाब
डाळ-डाळ उगी या बबूळ ज़िन्दगी

(2)

दूर-दूर आस अर निरास ज़िन्दगी
समदर री अणबुझी प्यास ज़िन्दगी
रात-रात पाणी सा सुपना संजोवती
दिन ऊगां अणमणी उदास ज़िन्दगी

(3)

लहर-लहर उछळती उछाळ ज़िन्दगी
ताळ नै तलासती कुताळ ज़िन्दगी
गैली या डगर-डगर डोलती फिरै
डंकै री चोट पै सवाल ज़िन्दगी

(4)

घाट-घाट घूमती उचाट ज़िन्दगी
अणबांच्यौ मिनख रौ लिलाट ज़िन्दगी
राजा अर रंक री अेक दिखै है
पण कोनी इतरी सपाट ज़िन्दगी

(5)


सबद-सबद सौरम रौ वास जिन्दगी
सांस-सांस काळ रौ कपास ज़िन्दगी
अणगायौ सांमवेद हिचकी रौ
आंसू री रांपी, रैदास ज़िन्दगी

स्रोत
  • पोथी : अंवेर ,
  • सिरजक : भगवतीलाल व्यास ,
  • संपादक : पारस अरोड़ा ,
  • प्रकाशक : राजस्थानी भाषा, साहित्य एवं संस्कृति अकादमी, बीकानेर ,
  • संस्करण : पहला संस्करण
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