काम करती बात करै बै

बात करती काम करै बै

डोळी रै पासै खड़ी हो'कै

ओलो काढ बात करे बै।

पानी लेवण जावै तो

घड़ै रै बोझ सेती बात करै बै

गाभा धोवण बैठै तो

बैठी-बैठी बात करै बै

चूल्है पर डेगची चढा

भूल ज्या डेगची

...बात करै बै।

भूंगरो काढती बात करै बै

टांको करती बात करै बै

बै भूल जावै कित्ती देर होगी

जद आपस में बात करै बै।

क्यूं इत्ती बात करै बै..?

जद सगळै दिन काम करै बै

तो और कद बात करै बै!

स्रोत
  • सिरजक : मोनिका गढ़वाल ,
  • प्रकाशक : कवि रै हाथां चुणियोड़ी
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