1.

जवान होवतै बरस में
तलाक दिरीजगी
काल बा टूंटियै मांय गावै ही
अे मां!
टको पीसो जोड़ के
मेरो ब्याव कर देई
नीं तो
फलाणै री बहू न लेय'र
भाऽऽग जावूंला।


2.

जद डील रो गमलो
घणो तिरसायो हुय’र
पी ज्यावै
पौधै रै पांती रो पाणी।

सूख ज्यावै जड़ां
मिनख जमारै री
झड़ ज्यावै
पौधै रा पात!

स्रोत
  • पोथी : अंतस दीठ ,
  • सिरजक : रचना शेखावत ,
  • प्रकाशक : बोधि प्रकाशन,जयपुर ,
  • संस्करण : प्रथम
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