बड़ा बड़ा बाबू

मोटा अफसर

करैं कोनी काम

लगाबै है भच्चको

ज्यूं पड़्यो खाट में

रिणकै है बूढो डैण

धीरै आवै टूसक्यो

लगावै है टसको।

स्रोत
  • पोथी : मोती-मणिया ,
  • सिरजक : विश्वम्भर प्रसाद शर्मा ‘विद्यार्थी’ ,
  • संपादक : कृष्ण बिहारी सहल ,
  • प्रकाशक : चिन्मय प्रकाशन