पाप कुण करै छै चला'र

अणजाण्यां कुणसूं नं होवै

भगवान माफ करदै छै सबनै

तो बी लोग तीरथ तो जावैई छै

बुरा सूं बुरा मनख मं बी

बच्यो रह छै थोड़ो-घणो ईमान

ऊंकोई गुमान स्यात ले जातो होवै

पण कांई गुमान छोड पावे छै जातरी

देह धोई लत्ता बदल्या केस छोड्या

मन बुहा दियो दिया की नांई

दूना मं धरकै

उजाळो दीखबो बन्द होतांई

पाछो बावड़ तो नं आवैगो देखज्यो

दूध को धोयो कुण छै कळजुग मं

जे सुणर्या नै बी अर जे क्हर्या वै बी

कथा भागौत

बरसां का पड्या रींगटा

मटतांई मटै छै

मरबा कै पहली तो बदल ज्यागो मन

या क्हबा सूं कुण नटै छै।

स्रोत
  • पोथी : आंथ्योई नहीं दिन हाल ,
  • सिरजक : अम्बिका दत्त ,
  • प्रकाशक : बोधि प्रकाशन