सांसा छूट जासी देह सूं

थां कद आवौला विदेस सूं

आवण री बांटा जोऊं हूं

छुप छुप दिन रातां रोऊं हूं

जौबन म्हारौ ढळ जावैला

कद करौला बातां नेह सूं

सांसा छूट जासी देह सूं...

याद थांकी घणी आवै है

बेला मिळवा री जावै है

सखी सहेली रोज सतावै

तन अगन मिटाऊं मेह सूं

सांसा छूट जासी देह सूं...

म्है नित उठ काग उड़ाऊं रे

म्है गीत विरह रा गाऊं रे

गिन गिन तारा पड़िया कम रे

तप लागै है चांद देव सूं

सांसा छूट जासी देह सूं...

म्है कद निरखूंला निजरां सूं

बात बताऊं सजना सूं

बागा री कोयल बोलैला

थांरै आवण रा संदेस सूं

सांसा छूट जासी देह सूं...

स्रोत
  • सिरजक : छगनराज राव 'दीप' ,
  • प्रकाशक : कवि रै हाथां चुणियोड़ी
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