फलका खाणां सोरा है, पण आटो ल्याणों दोरो है।

भगती करणीं सोरी है, पण नेम निभाणों दोरो है।

जीमण जाणों सोरो है, पण घरां जीमाणों दोरो है।

फूट घालणीं सोरी है, पण मेळ कराणों दोरो है।

धान ल्यावणों सोरो है, पण रांध खावणों दोरो है।

चोरी करणीं सोरी है, पण जेळ जावणों दोरो है।

झगड़ो करणों सोरो है, पण मार खावणों दोरो है।

धंधो करणों सोरो है, पण नफों कमाणों दोरो है।

झूठ बोलणों सोरो है, पण साच केवणों दोरो है।

निंदा करणी सोरी है, पण मान देवणों दोरो है।

मौज मनाणी सोरी है, पण कमा खावणों दोरो है।

डूब जावणों सोरो है, पण पार जावणों दोरो है।

गुस्सो करणों सोरो है, पण गम खा ज्याणों दोरो हैं।

मांग खावणों सोरो है, पण घर-घर जाणों दोरो है।

बातां करणी सोरी है, पण बात निभाणीं दोरी है।

सिलकाणा तो सोरी है, पणं लाय बुझाणी दोरी है।

बालपणां में पड़ै आदतां, पछै सुधरणीं दोरी है।

गंजो माथो बुरो नहीं, पण खाज कुचरणीं दोरी हैं।

ठोकर खाणी सोरी है, पण बुद्धि आणी दोरी है।

अंग्रेजी पढ़ लेवै है, पण हिन्दी आणी दोरी है।

मीठो खाणों सोरो है, पण जै'र पीवणों दोरो है।

खोटा धंधा सोरा है, पण पछै जीवणों दोरो है।

गुरू बणाणों सोरो है, पण ज्ञान आवणों दोरो है।

'तिवाड़ी', लेणों सोरो है, पण पाछो देणों दोरो है॥

स्रोत
  • पोथी : बिणजारो 2016 ,
  • सिरजक : श्रीनिवास तिवाड़ी ,
  • संपादक : नागराज शर्मा ,
  • प्रकाशक : बिणजारो प्रकाशन पिलानी
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