नीं चूकै स्याणो मोसर—मौको

फाड़दै डांग ठाडै रो डोको

धण नै मनावण धणी पळपळावै

रूसणो नीं बेबात रो चोखो

रातां गई तो गई बातां

बात बीतगी तो क्यांरो धोखो

टैम—बेटैम चबाणा भूंगड़ा

क्यां रो चूल्हो, क्यां रो चौको

झेलणो पडै सैंग भींतड़ल्यां नै

आळो, जाळो, बारणो, झरोखो

खाथा खाथाई खेल बिगाडै

ज्यूं ढै'ज्या फूंक सूं म्हैल खोको

खालड़ी बाळ देवै जेठ री लूवां

भावै सावणियै पून रो झोंको

जी पळपळावै पिव रै परस सूं

परायै रो अड़ंगो भींटणजोगो

बिलसै रुक्मणी, झूरै गोपियां

श्याम रो लीला—बिलास अनोखो

स्रोत
  • पोथी : ठा नीं सा ,
  • सिरजक : श्याम गोइन्का ,
  • संपादक : श्याम गोइन्का ,
  • प्रकाशक : कमला गोइन्का फाउण्डेशन, मुम्बई
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