धरती रौ मिनख

सोसण सूं मुगति पाय रेयौ है

पण,

देवता हालतांई गुलामी भोग रैया है

म्हारै सामीं

अेक क्लर्क-

सूरज रा रूप में

अेक चौकीदार-

चांद रा भेख में,

अेक स्टेनो-

पाप-पुन्न रौ लेखौ लिख रेयौ है

ठा नीं अे लोग

मुगति रौ संघर्ष क्यूं नीं करै?

लागै है-

देवतांवा री हाल तांई

यूनियन नीं बणी है।

स्रोत
  • पोथी : मिनख ,
  • सिरजक : विनोद सोमानी 'हंस' ,
  • प्रकाशक : विद्या प्रकाशन ,
  • संस्करण : 1