पतझड़ रा पात ज्यूं

संबंध आजकाल होयग्या

पल मांय बण जावै

तूट जावै छिन मांय

तूटै ज्यूं डोर।

संबंधां रो मोल

अब नीं दिखै

संबंध बणग्यो

मतलब रो दूजो नांव

इण खातर

बणावां अर तोड़ देवां

निभावां संबंध

दिखावै सारू

कैयो नी आज संबंध

होयग्या है

पतझड़ रा पात ज्यूं।

स्रोत
  • पोथी : मंडाण ,
  • सिरजक : हुसैनी वोहरा ,
  • संपादक : नीरज दइया ,
  • प्रकाशक : राजस्थानी भाषा, साहित्य एवं संस्कृति अकादमी ,
  • संस्करण : Prtham
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